पीलिया एक ऐसी अवस्था को कहते हैं, जब मरीज के त्वचा और आंख का सफेद हिस्सा पीला पड़ने लगता है। खून में बिलिरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है। यह अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह एक बीमारी या परिस्थिति का लक्षण है, जिसमें तत्काल सावधानी बरतने की जरूरत है।
पीलिया कई बीमारियों की वजह बन जाता है। मलेरिया, सिकल सेल एनीमिया और थैलेसीमिया जैसे रोग बिलिरुबिन के निर्माण की गति को तेज कर देते हैं, जबकि हेपेटाइटिस, अल्कोहलिक लिवर की बीमारी, ग्रंथियों का बुखार, लिवर का कैंसर, और यहां तक कि अत्यधिक मात्रा में शराब पीने से बिलिरुबिन को प्रोसेस करने की लिवर की क्षमता प्रभावित होती है। इसके अलावा अन्य परिस्थितियां, जैसे कि – गॉल स्टोन्स और पैनक्रियाटिटिस, शरीर से बिलिरुबिन को बाहर निकालने की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करती हैं।
• इंफेक्शन • लिवर में कमज़ोरी • शरीर में ब्लड की कमी • सड़क किनारे कटी, खुली और दूषित चीज़े खाना
पीलियामेंयोग्यआहार पीलिया पुराना हो या नया कुछ घरेलू आहार ऐसे हैं जिनके नियमतः इस्तेमाल से पीलिया का उपचार संभव है। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए कुछ चीजों को खाने के साथ ही कुछ चीजों से परहेज करना भी जरूरी है। जैसे ही पीलिये के लक्षण आपको दिखने तो बताये गए कुछ चीजों को आप रोजाना अपने आहार में शामिल करना शुरू कर दें| ●प्याज का पीलिया के उपचार में बेहद उपयोगी है। प्याज छील कर इसे बारीक़ काटे फिर पीसी हुई काली मिर्च, थोड़ा काला नमक और नींबू का रस इसमें मिलाकर हर रोज दिन में सुबह शाम सेवन करें। ●ताजा मूली के हरे पत्ते पीस कर रस निकाले और इसे छान कर पी जाएं। इससे मरीज के जिगर की कमजोरी दूर होती है, पेट की आंते साफ़ होती है और भूख लगने लगती है। ●जॉन्डिस ठीक करने में टमाटर का प्रयोग भी अच्छा उपाय है। एक गिलास टमाटर जूस में नमक और थोड़ी सी काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से चमत्कारी तरीके से फायदा मिलता है। ●धनिया बीज - को रात में भिगोने रख दे सुबह उन बीजों को खाएं। ●आयरन और कैल्सियम जॉन्डिस से लड़ने के लिए जरूरी है, इसलिए इन दोनों तत्वों से युक्त होने के कारण छांछ का सेवन करना फायदेमंद है। ●पपीता खाने से एंजाइम एल्बुमिन का स्तर संतुलित रहता है| ● गन्ने का जूस पीये यह ब्लड में अतिरिक्त बिलरुबिन की मात्रा सही करता है| ●दही पीलिया रोग से लड़ने में कारगर सिद्ध होता है इसमें उपयोगी बैक्टीरिया पीलिया फैलने से रोकते है ● लहसुन की तीन से चार कलियाँ पीस कर इसे दूध के साथ ले, इससे पीलिया का जड़ से इलाज होता है और लिवर को ताकत मिलती है। ●चने की दाल रात को पानी में भिगो कर रखे। सुबह इसमें से पानी निकाल ले और गुड़ मिलाकर खाए। लगातार कुछ दिन इस नुस्खे को करने पर जॉन्डिस में राहत मिलती है। ●पीलिया के मरीज को गाजर और गोभी का रस बराबर बराबर मिलाकर एक गिलास पिए। इस जूस को कुछ दिन लगातार पीने पर पीलिया से जल्दी आराम मिलता है। ●निम्बू का रस पीलिया में काफी फायदेमंद है। पीलिये से ग्रस्त मरीज को रोजाना नींबू का रस पंद्रह से बीस एम एल दो से तीन बार पीना चाहिए। नींबू की शिकंजी बना कर पीना भी अच्छा है। ● गुड़ और पीसी हुई सौंठ मिला ले और ठंडे पानी के साथ लें। ● ताजे आँवले का रस शहद में मिलाकर हर रोज पिएँ इससे दो से तीन हफ्ते में पीलिया ठीक हो जायेगा। • नवजात शिशुओं में यदि जॉन्डिस के लक्षण हो तो ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां ओं को भी रोजाना सुबह एक गिलास टमाटर का जूस पीना चाहिए।
परहेज़कीजानेवालीचीजें · गरम पदार्थ न खाएं| · जादा घूमना फिरना ना करे और आराम करे। · इस रोग में मिर्च मसालेदार, मेदा, मिठाइयां, उड़द की दाल और तले हुए खाने से बचें। · आसानी से पचने वाला आहार लें| · पीलिया होने पर इन उपायों को तो अपनाएं ही पर साथ ही डॉक्टर को भी दिखाएं|